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भजन संहिता -118:8

 भजन संहिता -118:8 यहौवा की शरण लेनी, मनुष्य पर भरोसा रखने से उत्तम है l परमेश्वर का वचन हमें बताता है कि परमेश्वर की शरण लेनी मनुष्य पर भरोसा रखने से उत्तम है आगर आप परमेश्वर का आसरा लेंगे तो हर तरह के दुख से  बीमारी से बचे रहेंगे l कई बार हम बीमार या दुख को देख कर कई बार हम दूसरे लोगो से मदद की लेने की सोच लेते हैं l लेकिन इंसान अपनी बात को कह कर मुकर जाता है ,


 हम सोचते हैं कि हम इधर उधर से इंतज़ाम कर लेंगे लेकिन नहीं कर पाते क्योंकि हम खुद से कुछ नहीं कर सकते क्योंकि हम जो कुछ है परमेश्वर के अनुग्रह से है l 

उदाहरण के लिए जैसे इक पत्नी का भरोसा उसके पति पर होता है कि वो उसके घर को चला रहा है लेकिन अगर वो ना रहे तो कोन चलेगा उसके घर को इसलिए परमेश्वर का आसरा लेना सबसे अच्छा है  परमेश्वर आपको कभी नहीं छोरता ना ही कभी अपने वादों से मुकर्रता क्योंकि परमेश्वर का वचन कहता है 


आकाश और पृथ्वी तल जाएंगे परंतु मेरा वचन कभी ना तलेगा याहोवा परमेश्वर वफ़ादार परमेश्वर है हम भले ही बेफवा हो जाये लेकिन जिसकी शरण हम लेते वो परमेश्वर हमेशा वफ़ादार रहता है l इसलिए आप हर बात के लिए चाहए आपके जीवन में दुख हो या फिर सुख हर बात में परमेश्वर का आसरा ले, 

हर बात के लिए अपने जीवित परमेश्वर याहोवा पर भरोसा राखे क्यूंकि इक परमेश्वर ही है जो आपकी हर स्थिति आपके साथ है l हर समय आपका साथ वफ़ादार है इसलिए हर रोज़ दुआ प्रार्थना करें  और अपने जीवन में पहला स्थान अपने परमेश्वर को दे क्योंकि वह वही है जो आपके हर हालो में आपकी मदद करेगा l अगर आप अपने जीवित परमेश्वर की शरण लेंगे तो हर तरह से बचे क्योंकि वो परमेश्वर  आपके  मांग ने से पहले जनता  है कि आपको किस चीज की जरुरत है खुदा आपके लिए कुछ पूरा करेगा इसलिए हमेशा दुआ पार्थना कर और किसी भी इंसान पर आस ना रखे हमेशा परमेश्वर  पर भरोसा रखे परमेश्वर को अपनी शरण माने तो वह आपके लिए सब कुछ पूरा करेगा 

l अपनी दुआ में इस वचन को शामिल करें अंगीकार करें कि परमेश्वर माई आपको अपनी शरण मानता हूं मेरा भरोसा अप्प के  ऊपर है केसी इंसान पर नहीं l आसा करणे  से आप अपने जीवन में परमेश्वर के बहुत बड़े बड़े कमो को देखेंगे आशिशो बरकटो को देखेंगे या कभी बी किसी बी हालतो को देख कर डरेंगे नहीं क्योंकि परमेश्वर आपको अपने समर्थ से भर देंगे या एपी हर हलतो पर जीवित परमेश्वर येशु के नाम  जयवंत होंगे इसलिए आज से ह ही इस वचन का अपने जीवन में अंगिकर करे lआमीन

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